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Showing posts from August, 2020

यज्ञ में क्यों दी जाती हैं आहुतियां? यज्ञ की रचना किसने की? यज्ञ और हवन में क्या अंतर है? यज्ञ से जुड़े ऐसे ही सवालों के जवाब

हिंदू धर्म में यज्ञ की परंपरा वैदिक काल से चली आ रही है। हिंदू धर्म ग्रंथों में मनोकामना पूर्ति तथा अनिष्ट को टालने के लिए यज्ञ करने के कई प्रसंग मिलते हैं। रामायण व महाभारत में ऐसे अनेक राजाओं का वर्णन मिलता है, जिन्होंने अनेक यज्ञ किए हैं। देवताओं को प्रसन्न करने के लिए भी यज्ञ किए जाने की परंपरा है। शास्त्रों के अनुसार यज्ञ की रचना सर्वप्रथम परमपिता ब्रह्मा ने की। यज्ञ का संपूर्ण वर्णन वेदों में मिलता है। यज्ञ का दूसरा नाम अग्नि पूजा है। यज्ञ से देवताओं को प्रसन्न किया जा सकता है साथ ही मनचाहा फल भी प्राप्त किया जा सकता है। ब्रह्मा ने मनुष्य के साथ ही यज्ञ की भी रचना की और मनुष्य से कहा इस यज्ञ के द्वारा ही तुम्हारी उन्नति होगी। यज्ञ तुम्हारी इच्छित कामनाओं, आवश्यकताओं को पूर्ण करेगा। तुम यज्ञ के द्वारा देवताओं को पुष्ट करो, वे तुम्हारी उन्नति करेंगे। धर्म ग्रंथों में अग्नि को ईश्वर का मुख माना गया है। इसमें जो कुछ खिलाया (आहूति) जाता है, वास्तव में ब्रह्मभोज है। यज्ञ के मुख में आहूति डालना, परमात्मा को भोजन कराना है। नि:संदेह यज्ञ में देवताओं की आवभगत होती है। धर्म ग्रंथों में ...

2 सितंबर से 31 अक्टूबर तक रहेगा अश्विन माह, इस बार 60 दिन के इस महीने में रहेंगी 4 एकादशी और 2 पूर्णिमा

अश्विन महीने की शुरुआत 2 सितंबर से हो रही है। जो कि 31 अक्टूबर तक रहेगा। इस बार ये महीना 30 नहीं बल्कि 60 दिन का रहेगा। इस वजह से इन दिनों 2 की जगह 4 एकादशी व्रत होंगे और 1 की बजाय 2 पूर्णिमा आएंगी। अधिकमास के कारण ऐसा होगा। अधिकमास सौरवर्ष और चांद्रवर्ष के बीच के अंतर को दूर करने की व्यवस्था है। ये उसी तरह है जिस तरह अंग्रेजी कैलेंडर में हर चौथे साल लीप ईयर आता है। पंचाग के अनुसार इस साल अश्विन माह का अधिकमास होगा। यानी दो अश्विन माह होंगे। अधिकमास के कारण इस साल दशहरा 26 अक्टूबर और दीपावली 14 नवंबर को मनाई जाएगी। अधिकमास 18 सितंबर से शुरू होगा और 16 अक्टूबर तक रहेगा। स्कंदपुराण और विष्णु पुराण के अनुसार अधिकमास में तीज-त्योहार और पर्व नहीं मनाए जाते हैं। इस महीने में भगवान के भजन, पूजा-पाठ और जप किए जाने का विधान है। अश्विन महीने के तीज-त्योहार शनिवार, 5 सितंबर को संकष्टी गणेश चतुर्थी है। इस तिथि पर गणेशजी के व्रत किया जाता है। रविवार, 13 सितंबर को इंदिरा एकादशी है। इस दिन भगवान विष्णु के लिए व्रत-उपवास किए जाते हैं। एकादशी पर विष्णुजी के साथ ही महालक्ष्मी और तुलसी की विशेष पू...

ब्रह्मवैवर्त पुराण कहता है देवकार्य से भी ज्यादा महत्वपूर्ण है पितृकार्य, अन्य ग्रंथों में लिखा है श्रद्धा से किया गया दान ही कहलाता है श्राद्ध

धर्म ग्रंथों में मनुष्यों पर 3 तरह के ऋण बताए गए हैं। जो कि देव, ऋषि और पितृऋण हैं। पूजा-पाठ, हवन और जप-तप से देव और ऋषि ऋण तो चुकाया जा सकता है, लेकिन पितृऋण श्राद्ध कर्म के बिना नहीं चुका सकते। इसलिए अश्विन महीने के शुरुआती 16 दिनों में पितरों के लिए तर्पण, पिंडदान, हवन पूजन और ब्राह्मण भोजन करवाया जाता है। हिंदू कैलेंडर के आश्विन महीने के कृष्णपक्ष को पितृपक्ष या श्राद्ध कहते हैं। भाद्रपद पूर्णिमा से आश्विन महीने की अमावस्या तक 16 दिन का श्राद्धपक्ष होता है। इस बार 2 सितंबर से श्राद्धपक्ष शुरू हो रहा है, जो कि 17 सितंबर को सर्वपितृ अमावस्या के साथ खत्म होगा। जिस तिथि में माता-पिता या पूर्वज की मृत्यु हुई हो, पितृपक्ष की उसी तिथि में श्राद्ध करना चाहिए। जिस तिथि पर हमारे परिजनों की मृत्यु होती है उसे श्राद्ध की तिथि कहते हैं। स्मृति ग्रंथों और पुराणों में बताया गया है कि श्राद्ध के लिए मुंडन करवाना जरूरी नहीं होता। श्रद्धा से किया गया दान ही श्राद्ध ब्रह्मपुराण के अनुसार शास्त्रों में बताये गये नियम से श्रद्धा पूर्वक पितरों के उद्देश्य से ब्राह्मणों को दिया हुआ दान श्राद्ध कहला...

विसर्जन के बाद मिट्टी और पानी को गमले या पेड़-पौधों में डालें, ताकि पैर न लगे

1 सितंबर यानी आज अनंत चतुर्दशी पर्व मनाया जा रहा है। 10 दिन तक गणेशजी की पूजा-अर्चना के बाद आज मूर्तियों को विसर्जित किया जाएगा। वैसे तो धार्मिक ग्रंथों में गणेशजी को विसर्जित करने का कोई उल्लेख नहीं मिलता है, लेकिन ऐसा माना जाता है कि महर्षि वेदव्यास जब महाभारत लिखने के लिए एक गुणी लेखक को ढूंढ रहे थे तो इस काम के लिए गणेशजी राजी हुए थे लेकिन उन्होंने शर्त भी रखी कि जब तक महर्षि बिना रुके बोलेंगे वे भी लगातार लिखते रहेंगे। वेदव्यास ने गणेश चतुर्थी के दिन से महाभारत की कथा सुनानी प्रारंभ की थी। गणेशजी लगातार 10 दिन तक कथा लिखते रहे। अत्यधिक मेहनत से बढ़ा तापमान और स्नान के बाद मिली थी राहत महर्षि वेदव्यास महाभारत की कथा सुनाते रहे और गणेश जी लिखते रहे। कथा पूरी होने पर महर्षि वेदव्यास ने आंखें खोली। उन्होंने देखा कि अत्यधिक मेहनत के कारण गणेशजी के शरीर का तापमान बढ़ा हुआ है। लगातार रात-दिन लेखन की वजह से गणेश जी के शरीर का तापमान बढ़ने लगा, तो वेद व्यास ने उनके शरीर पर मिट्टी का लेप लगाकर भाद्र शुक्ल चतुर्थी को उनकी पूजा की। मिट्टी का लेप सूखने पर गणेशजी का शरीर अकड़ गया। उनके शरीर ...

पैसा बर्बाद करने से बस आपके पास पैसा नहीं होगा लेकिन समय बर्बाद करके आप ज़िन्दगी का एक हिस्सा खो देते हैं

सारे महान लोगों में एक बात कॉमन है, वो है उनका टाइम मैनेजमेंट। समय का सही उपयोग ही सफलता का पहला सूत्र है। अगर आप सही समय पर, सही निर्णय लेते हैं, और सही कदम उठाते हैं, तो सफलता की सीढ़ियों पर चढ़ने से आपको कोई नहीं रोक सकता है। समय का सदुपयोग बहुत जरूरी है। अगर समय को सही तरह से इस्तेमाल नहीं किया तो ये ही हमें बाद में पछतावे के अलावा कुछ नहीं देता। समय से जुड़े कुछ ऐसे ही सुविचार.... Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today motivational quotes inspiration quotes quotes on time You will not have any money by wasting money, but by wasting time you lose a part of your life from Dainik Bhaskar https://ift.tt/34RTPr2

परिवार को एक रखने के लिए 3 चीजें घर के हर सदस्य में होना जरूरी है, पांच पांडवों ने इन्हीं गुणों से अपने परिवार को रखा था एकजुट

महाभारत में पांडवों का परिवार श्रेष्ठ परिवार था। उस परिवार में 3 बातें हर सदस्य में थी।पहली एक-दूसरे के प्रति जैसा प्रेम, दूसरी समर्पण और तीसरी कर्तव्य की भावना का ज्ञान।ऐसा आज के परिवार में नहीं होता है। परिवार होता क्या है? ऐसे लोगों का समूह जो भौतिक और मानसिक स्तर पर एक-दूसरे से प्रगाढ़ता से जुड़ा हो। जिसके सभी सदस्य अपना फर्ज पूरी ईमानदारी से निभाते हैं और उदारता पूर्वक एक-दूसरे के लिये त्याग करते हैं, परेशानियों में सहयोग करते हैं। कोई भी परिवार संगठित, विकसित और उन्नतिशील तभी हो सकता है, जबकि उसका प्रत्येक सदस्य अपने कर्तव्य को अपना धर्म मानकर पूरी निष्ठा और गहराई से पालन करे। परिवार में होना चाहिए एक-दूसरे के प्रति समर्पण महाभारत में पांडवों का परिवार देखिए। मां कुंती और पांचों भाई। मां ने पहले अपने कर्तव्य निभाए। अपनी सौतन माद्री की दोनों संतानों नकुल और सहदेव को भी अपने बच्चों जैसा ही प्रेम और परवरिश दी। संस्कार दिए। सभी बेटे भी ऐसे ही हैं। मां के मुंह से निकली हर बात को पूरा करना, बड़े भाई के प्रति आदर, हर भाई को अपने कर्तव्य का भलीभांति ज्ञान था। किसे क्या करना है जिम...

12 में से 8 राशियों के लिए सफलता, आर्थिकल लाभ और लव लाइफ के लिए अच्छी खबर वाला हो सकता है महीने का पहला दिन

मंगलवार, 1 सितंबर 2020 को टैरो राशिफल के मुताबिक 12 में से 8 राशियों के लिए दिन काफी अच्छा रहने वाला है। कुछ लोगों को सफलता के साथ आर्थिक लाभ मिलने के संकेत हैं। कुछ लोगों को लव लाइफ में कुछ अच्छी खबर मिल सकती है। वहीं, 4 राशियों के लिए किसी ना किसी तरह से कुछ तनाव भरा समय रह सकता है। मेष राशि वालों के लिए शाम तक कुछ अच्छी खबर मिलने के हैं संकेत, वृष राशि वालों के लिए परेशानियों का हल मिलने का है दिन, मिथुन राशि वालों का मन कुछ कारणों से रह सकता है विचलित। आपके लिए कैसा रहेगा दिन जानिए टैरो कार्ड रीडर प्रणिता देशमुख से। मेष - Temperance कोई भी निर्णय लेने से पहले थोड़ी जानकारी हासिल करें और जल्दबाजी में निर्णय ना लें। जिस कार्य की शुरुआत का काफी समय से इंतजार था, उस कार्य की शुरुआत इस सप्ताह में हो सकती है। शाम तक कोई अच्छी खबर मिलने की संभावना है। आज आप खुद ही खुद के मार्गदर्शक रहेंगे। जो भी बात आपने आज खुद से सीखी हो, उसका फायदा आपको आगे होगा। विद्यार्थियों का मन पढ़ने में लगेगा। शिक्षण व्यवसाय से जुड़े लोगों का दिन सफल रहेगा। करियर - यदि आप आगे पढ़ने की इच्छा रखते हैं तो कोर्...

कभी गहने बेचकर की थी जिम की शुरुआत, आज तमन्ना भाटिया और अनुष्का शेट्‌टी की फिटनेस ट्रेनर के तौर पर रखती हैं अपनी खास पहचान

शादी के बाद महिलाओं का जीवन घर, गृहस्थी और बच्चों तक सीमित होकर रह जाता है। ऐसे में दो बच्चे हो जाएं तो सपना पूरा करना बहुत कठिन होता है। लेकिन हैदराबाद की फिटनेस गुरु किरण देंबला ने वो कर दिखाया जो कोई सोच नहीं सकता। 30 साल की उम्र तक उन्हें बॉडी बिल्डिंग पता नहीं थी। लेकिन फिर अपना वजन कम करने के बारे में सोचा और फिटनेस पर ध्यान देने लगीं। किरण ने खुद का जिम खोलने के लिए सारे गहने बेच डाले। 24 किलो वजन कम किया आगरा की किरण शादी के बाद हैदराबाद शिफ्ट हो गईं। 10 वर्ष तक गृहस्थी से फुर्सत नहीं मिली। लेकिन कुछ अलग करने की चाह में वे बच्चों की संगीत क्लास लेने लगीं। एक बीमारी के बाद उनका वजन 25 किलो से बढ़कर 75 किलो हो गया। इसे कम करने के लिए उन्होंने जिम ज्वाइन किया। पांच बजे उठना, बच्चों को स्कूल से लेने जाने के साथ उन्होंने 7 महीने में 24 किलो वजन कम कर लिया। उसके बाद फिटनेस ट्रेनर का कोर्स पूरा किया। बैंक से लोन लिया और जिम की शुरुआत की फिर एक दिन अपने पति से कहा कि वो अपना जिम खोलना चाहती हैं। जिम खोलने के लिए उन्होंने अपने सभी गहने बेच डाले, बैंक से लोन लिया और जिम की शुरुआ...

2 अशुभ योग बनने के कारण वृश्चिक राशि वालों को गलत फैसले से हो सकता है नुकसान, जॉब और बिजनेस में संभलकर रहना होगा 6 राशियो को

1 सितंबर, मंगलवार के ग्रह-नक्षत्र अतिगंड और उत्पात नाम के 2 अशुभ योग बन रहे हैं। इनके कारण वृश्चिक राशि वाले लोगों के लिए गए फैसले गलत साबित हो सकते हैं। इनके अलावा वृष, मिथुन, कन्या, तुला, मकर और कुंभ राशि वाले लोगों को जॉब और बिजनेस में संभलकर रहना होगा। एस्ट्रोलॉजर डॉ. अजय भाम्बी के अनुसार मेष, कर्क, सिंह, धनु और मीन राशि वाले लोग सितारों के अशुभ प्रभाव से बच जाएंगे। इन 5 राशि वालों के रुके हुए काम पूरे हो सकते हैं। इसके साथ ही तरक्की और आगे बढ़ने के भी मौके मिलेंगे। एस्ट्रोलॉजर डॉ. अजय भाम्बी के अनुसार 12 राशियों का फल मेष - पॉजिटिव- समय भाग्य वर्धक है। महत्वपूर्ण लोगों के साथ संपर्क बनेंगे जो आगे चलकर आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित होंगे। आप खुद को ऊर्जा से भरपूर महसूस करेंगे। घर की सुख-सुविधाओं संबंधी कार्यों में भी आपका महत्वपूर्ण योगदान रहेगा। नेगेटिव- परंतु काम की अधिकता की वजह से कभी-कभी आपके स्वभाव में चिड़चिड़ापन आ सकता है। जिसका असर घर की व्यवस्था पर भी पड़ेगा। किसी भी प्रकार के स्थान परिवर्तन संबंधी गतिविधियों को लेकर तनाव रह सकता है। व्यवसाय- कार्य क्षेत्र में बेहतरीन ...

फिटनेस के शौक को बिजनेस में बदलने का यही है सही वक्त, जिम, जुंबा क्लासेस और एरोबिक्स में करिअर बनाने के टिप्स बता रही हैं आशिका जैन

बहुत सारी भारतीय गृहणियां अपने फिटनेस को लेकर काफी सजग और उत्साही होती हैं। साथ ही, अपने शरीर और मन को स्वस्थ रखने के लिए तमाम तरह के रूटीन एक्सरसाइज पर अच्छा खासा निवेश करती हैं। आर्थिक और स्वास्थ्य को लेकर दुनियाभर में बड़े संकट के रूप में फैली संक्रामक कोरोना महामारी ने सबको अपने घरों में कैद कर दिया है। देश-दुनिया के ज्यादातर शहरों में फिटनेस सेंटर, जिम, योगा सेंटर, जुंबा क्लासेस, एरोबिक्स व योगा सब बंद हैं। महामारी फैलने के डर से सभी इनके संचालन को मंजूरी नहीं मिल पा रही है। अनिश्चितता के दौर में बड़ी संख्या में महिलाएं अपने घरो में अपने साथ-साथ परिवार और बच्चों की देखभाल कर रही हैं। महिलाओं को अपनी फिटनेस और हेल्थ की चिंता लगी हुई है। ऐसी विपरीत परिस्थितियों में आपदा में अवसर वाली लाइन को याद किया जा सकता है। यह टाइम अपने बिजनेस आइडिया को जमीन पर उतारने का सबसे उपयुक्त टाइम है। यदि आप फिटनेस को लेकर जागरुक और सक्रिय हैं तो इस अवसर को बिजनेस में बदल सकती हैं। एडिटर, इंडिया, फोर्ब्स एडवाइजर आशिका जैन बता रही हैं फिटनेस के तमाम विकल्पों को बिजनेस में बदलने के आसान टिप्स : 1. फि...

पारूल अरोड़ा ने साड़ी में और माइकल सिंह ने सूट-बूट में क्या खूब किया फ्लिप फ्लॉप, सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ वीडियो

ऐसी कई महिलाएं हैं जिनके लिए साड़ी पहनकर चलना, उठना, बैठना या काम करना मुश्किल होता है। लेकिन साड़ी पहनकर डांस जैसे कठिन काम को एक महिला ने बखूबी कर दिखाया है। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल हो रहा है जिसकी लोग खूब तारीफ कर रहे हैं। डांस करने वाली महिला का नाम पारुल अरोड़ा है। उसने साड़ी में बेहतरीन फ्लिप फ्लॉप डांस किया। इसके डांस का वीडियो देखकर लोगों को हैरानी हो रही है। कई लोग इस वीडियो को फेक मान रहे थे। लेकिन जब ये पता चला कि पारुल एक नेशनल लेवल गोल्ड मेडलिस्ट जिमनास्ट है तो यकीन हुआ कि वे इस लैंडिंग को कर सकती हैं। इस वीडियो को अब तक 4000 व्यूज मिले हैं। इसे 27,000 से ज्यादा लोग देख चुके हैं। पारुल के साथ-साथ इस वीडियो में जो लड़का है, वो भी अपने स्टंट्स के लिए मशहूर है। ट्विटर पर इस लड़के की प्रोफाइल माइकल होशियार सिंह के नाम से है और उसने भी कुछ ज़बरदस्त स्टंट किये हैं। ## सोशल मीडिया पर इस वीडियो के वायरल होते ही पारुल को तरह-तरह के कमेंट्स मिल रहे हैं। कोई उन्हें डेयरडेविल कह रहा है तो एक महिला ने यह भी कहा कि मैं तो साड़ी पहनकर चल भी नहीं सकती। ## एक महिला ने कहा जब मै...

भारत की पहली कॉर्डियोलॉजिस्ट थीं डॉ. एस पद्मावती, 103 साल की उम्र में कोविड-19 की वजह से हुआ निधन

डॉ. एस पद्मावती 103 साल की उम्र में कोविड-19 के चलते इस दुनिया में नहीं रहीं। नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट ने 30 अगस्त को यह जानकारी दी। उनका पिछले 11 दिनों से नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट में इलाज चल रहा था। 30 अगस्त को ही पंजाबी बाग स्थित कोविड-19 शवदाह गृह में उनकी अंत्येष्टि की गई। इस दौरान केंद्रीय गृहमंत्रालय की गाइडलाइन के मुताबिक, बेहद कम संख्या में लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए मौजूद रहे। उनका जन्‍म म्‍यांमार में हुआ था। उन्होंने रंगून मेडिकल कॉलेज से ग्रेजुएशन के बाद कार्डियोलॉजी में अपने करिअर की शुरुआत की। डॉ पद्मावती को भारत में पहली कार्डियक केयर यूनिट की स्थापना का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने 1981 में नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट की स्थापना की थी। पद्मावती को कोविड-19 के चलते अस्पताल में भर्ती किया गया था। उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी और बुखार भी था। निमोनिया का असर उनके दोनों लंग्स पर हुआ जिसकी वजह से उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। अस्पताल में कार्डियक अरेस्ट की वजह से वे चल बसीं। पद्मावती के मेडिकल के क्षेत्र में सराहनीय योगदान को देखते हुए भारत सरकार ने 1967 में उन्हें...

पितरों के लिए श्रद्धा प्रकट करना ही श्राद्ध है, वेद और पुराणों में इसे बताया गया है पुण्यकर्म

आश्विन कृष्णपक्ष की प्रतिपदा से शुरू होकर अमावस्या तक की अवधि को पितृपक्ष माना जाता है। वैदिक परंपरा और हिंदू मान्यताओं के अनुसार पितरों के लिए श्रद्धा से श्राद्ध करना पुण्यकर्म है। मान्यता के मुताबिक पुत्र का पुत्रत्व तभी सार्थक माना जाता है, जब वह अपने जीवन काल में जीवित माता-पिता की सेवा करे और उनके मरने के बाद उनकी मृत्यु तिथि पर महालय पितृपक्ष में पूरी विधि से श्राद्ध करे। श्राद्ध का अर्थ है, अपने पितरों के प्रति श्रद्धा प्रकट करना। पुराणों के अनुसार, मृत्यु के बाद भी जीव की पवित्र आत्माएं किसी न किसी रूप में श्राद्ध पक्ष में अपने परिजनों को आशीर्वाद देने के लिए धरती पर आती हैं। पितरों के परिजन उनका तर्पण कर उन्हें तृप्त करते हैं। इस बार 2 सितंबर से श्राद्ध पक्ष शुरू हो रहे हैं। भगवान राम ने किया था यहां श्राद्ध गया जाकर पितरों का श्राद्ध करने से सात पीढ़ियों का उद्धार होता है। माना जाता है कि यहां भगवान विष्णु पितृ देवता के रूप में मौजूद हैं, इसलिए इसे पितृ तीर्थ भी कहा जाता है। पिंडदान को मोक्ष प्राप्ति का एक सहज और सरल मार्ग माना जाता है। मान्यता है कि भगवान राम और सीताजी ...

साप्ताहिक पंचांग, ज्योतिषीय नजरिये से खास रहेगा सितंबर का पहला हफ्ता; इन दिनों होगा बुध ग्रह का राशि परिवर्तन, खरीदारी और नया काम शुरू करने के लिए रहेंगे 4 शुभ मुहूर्त

हिंदू कैलेंडर के अनुसार सितंबर के पहले हफ्ते में पितृपक्ष की शुरुआत हो रही है। इस सप्ताह हिंदू कैलेंडर का अश्विन महीना शुरू हो जाएगा। इन 7 दिनों में चतुर्थी तिथि तक श्राद्ध किए जा सकेंगे। इस हफ्ते अनंत चतुर्दशी, भाद्रपद पूर्णिमा और विनायक चतुर्थी व्रत किए जाएंगे। इस हफ्ते कोई बड़ा पर्व या त्योहार नहीं मनाया जाएगा। वहीं इस हफ्ते गुरुग्रंथ साहिब प्रकाश दिवस, गुरु अमरदास पुण्यतिथि और राधाकृष्णन जयंती रहेगी। इस दिन शिक्षक दिवस यानी टीचर्स डे मनाया जाएगा। ज्योतिष के नजरिये से भी ये सप्ताह खास रहेगा। इस सप्ताह बुध ग्रह अपनी ही राशि में आ जाएगा। इन दिनों में खरीदारी और मांगलिक कामों के लिए 5 शुभ मुहूर्त रहेंगे। जिनमें 3 सर्वार्थसिद्धि और 2 रवियोग रहेंगे। 31 अगस्त से 6 सितंबर तक का पंचांग 31 अगस्त, सोमवार - भाद्रपद शुक्लपक्ष, त्रयोदशी - अनंत चतुर्दशी 1 सितंबर, मंगलवार - भाद्रपद पूर्णिमा, 2 सितंबर, बुधवार - अश्विन कृष्णपक्ष, प्रतिपदा 3 सितंबर, गुरुवार - अश्विन कृष्णपक्ष, द्वितिया 4 सितंबर, शुक्रवार - अश्विन कृष्णपक्ष, तृतीया 5 सितंबर, शनिवार - अश्विन कृष्णपक्ष, तृतीया, विनायक चतुर्थ...

इस हफ्ते 4 ग्रहों का शुभ संयोग बनने से 6 राशियों के लिए रहेगा अच्छा समय, जॉब और बिजनेस में हो सकते हैं फायदेमंद बदलाव

सितंबर के शुरुआती 7 दिनों में चंद्रमा मकर से मेष राशि तक जाएगा। इन दिनों में चंद्रमा पर बृहस्पति की दृष्टि पड़ेगी और मंगल के साथ युति भी बनेगी। वहीं, बुध ग्रह अपनी ही राशि कन्या में आ जाएगा। ग्रहों की इस शुभ स्थिति का फायदा 6 राशियों को मिलेगा। जिससे जॉब और बिजनेस में तरक्की के मौके मिल सकते हैं। रुका हुआ पैसा भी मिलने के योग बनेंगे। जिससे आर्थिक परेशानी से भी राहत मिलेगी। इस हफ्ते अन्य 6 राशि वालों को संभलकर रहना होगा। इन 7 दिनों में तनाव बढ़ सकता है। विवाद की भी आशंका बन रही है। 31 अगस्त से 6 सितंबर का राशिफल मेष - इन दिनों में कामकाज या बिजनेस संबंधित किसी योजना का नतीजा आपके सामने आ सकता है। इसी के साथ आपको आगे बढ़ने के कुछ अच्छे मौके मिल सकते हैं। कार्यक्षेत्र में आपको अपनी क्षमता में सुधार करने की भी जरूरत है, इसका ध्यान रखें। जिम्मेदारी और ज्यादा मेहनत करने से आपकी इमेज अच्छी हो सकती है। अनुभवी लोगों की मदद भी आपको मिल सकती है। इनकम के नए सोर्स के लिए योजना बना सकते हैं। आप पर अधिकारियों का भरोसा बढ़ेगा। कामकाज ज्यादा हो सकता है। नौकरीपेशा लोगों के काम पर अधिकारियों की नजर रहेग...

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