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Showing posts from April, 2020

4 मई को मंगल का कुंभ में प्रवेश, 59 वर्षों के बाद गुरु और शनि की युति रहेगी मकर राशि में

सोमवार, 4 मई को ग्रहों का सेनापति मंगल राशि बदलकर मकर से कुंभ में प्रवेश करेगा। इस संबंध में पंचांग भेद भी हैं। मकर राशि में मंगल, गुरु और शनि की युति बनी हुई है। मंगल के निकलने के बाद गुरु और शनि मकर राशि में रह जाएंगे। सिर्फ इन दोनों ग्रहों की मकर राशि में युति 59 साल बाद बनेगी। मई में शनि और गुरु होंगे वक्री उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार मकर राशि में गुर-शनि की युति 1961 में बनी थी। 11 मई की शाम शनि और 14 मई की रात गुरु ग्रह वक्री हो जाएगा। इसके बाद ये दोनों ग्रह मकर राशि में एक साथ वक्री रहेंगे। देश-दुनिया के लिए लाभदायक रहेंगे गुरु-शनि वक्री गुरु 29 जून की रात धनु राशि में प्रवेश करेगा। तब तक इन दोनों ग्रहों की वक्री स्थिति देश-दुनिया के लिए लाभदायक रहने वाली है। इन दोनों ग्रहों के शुभ असर से दुनियाभर में फैली महामारी का प्रभाव कम होना शुरू हो जाएगा। आर्थिक संकट पर नियंत्रण होने लगेगा। प्राकृतिक आपदाओं से रक्षा होगी। धनु गुरु के स्वामित्व की राशि है और मकर शनि के स्वामित्व की, ये दोनों ग्रह अपनी-अपनी राशियों में वक्री रहेंगे। 13 सितंबर को गुरु धनु में और 29...

चीनी शोधकर्ताओं का दावा, फेफड़े में छिपा रह सकता है कोरोना; चीन में इलाज के 70 दिन बाद मरीजों में मिला वायरस

कोरोना के इलाज के बाद वायरस फेफड़े में लम्बे समय तक छिपा रह सकता है। चीनी शोधकर्ताओं के मुताबिक, चीन में ऐसे मामले भी सामने आए जब हॉस्पिटलसे डिस्चार्ज होने के बाद 70 दिन बाद मरीज पॉजिटिव मिला। साउथ कोरिया में इलाज के बाद 160 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले। ऐसे ही मामले चीन, मकाउ, ताइवान, वियतनाम में भी सामने आ चुके हैं। जांच रिपोर्ट भी निगेटिव आ सकती है कोरिया सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के डायरेक्टर जियॉन्ग यूं-कियॉन्ग का कहना है, कोरोना वायरस दोबारा मरीज को संक्रमित करने की बजाय रि-एक्टिवेट हो सकता है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोनावायरस फेफड़े में अंदर गहराई में रह सकता है। ऐसा भी हो सकता है कि यहजांच रिपोर्ट में पकड़ में न आए। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Coronavirus can stay hidden in lungs after patients recover: Study from दैनिक भास्कर,,1733

एंटीवायरल नेजल स्प्रे से कोरोना को रोकने की तैयारी, ब्रिटिश शोधकर्ताओं ने कहा- mCBMs ड्रग मास्क की तरह; यह नाक में वायरस की एंट्री ब्लॉक करता है

ब्रिटिश शोधकर्ताओं कहना है कि एंटीवायरल नेजल स्प्रे का इस्तेमाल किया जाए तो कोरोनावायरस को फेफड़ों तक पहुंचने से रोका जा सकता है। रिसर्च में इसकी पुष्टि भी हुई है। ब्रिटेन की सेंट एंड्रयू यूनिवर्सिटी में अलग-अलग तरह कोरोना का संक्रमण रोकने पर 3 तरह की रिसर्च की गई। रिसर्च टीम के प्रमुख प्रो. गैरे टेलर का कहना है कि आमतौर पर एंटीवायरल्स ड्रग वायरस के कुछ हिस्सों पर काम करते हैं लेकिन हमने जो ड्रग इस्तेमाल किया है वह कोरोना को कोशिकाओं में घुसने से रोकता है। मास्क की तरह काम करता है ड्रग शोधकर्ताओं में रिसर्च में न्यूमिफिल और मल्टीवैलेंट कार्बोहाइड्रेट बाइंडिंग मॉलीक्यूल्स (mCBMs) नाम के ड्रग का इस्तेमाल किया। न्यूमिफिल ड्रग आमतौर पर सांस से जुड़े रोगों में इस्तेमाल किया जाता है। प्रो. गैरे के मुताबिक, रिसर्च के दौरान हमने हर दूसरे दिन नेजल स्प्रे का प्रयोग किया। यह ड्रग नाक के रिसेप्टर्स पर मास्क की तरह काम करता है और वायरस की एंट्री को ब्लॉक करता है। बचाव और इलाज दोनों में कारगर mCBMs शोधकर्ताओं के मुताबिक, रिसर्च में पाया गया कि मल्टीवैलेंट कार्बोहाइड्रेट बाइंडिंग मॉलीक्यूल्स नए को...

2 अशुभ योग बनने से 6 राशियों के लिए ठीक नहीं है महीने का पहला दिन

शुकवार, 1 मई यानी आज सूर्य-चंद्रमा की स्थिति से गंड नाम का अशुभ योग बन रहा है। इसके साथ ही अश्लेषा नक्षत्र में चंद्रमा होने से मृत्यु नाम का एक और अशुभ योग बन रहा है। सितारों की इस अशुभ स्थिति का प्रभाव 6 राशियों पर पड़ेगा। एस्ट्रोलाॅजर बेजान दारुवाला के अनुसार महीने के पहले ही दिन 6 राशि वाले परेशान हो सकते हैं। इन लोगों के लिए दिन तनाव भरा हो सकता है। सेहत के मामले में भी कुछ लोगों को सावधान रहना होगा। वहीं अन्य 6 राशियों को सितारों का साथ मिल सकता है। एस्ट्रोलाॅजर बेजान दारुवाला के अनुसार 12 राशियों के लिए कुछ ऐसा रहेगा महीने का पहला दिन मेष - पाॅजिटिव - आप दोनों का दांपत्य जीवन बहुत ही बेहतर तरीके से चलेगा। आप दोनों खुशी के पल बिताएंगे और एक दूसरे के साथ समय बिता सकते हैं। आपकी और उनकी आमदनी मिलाकर आर्थिक स्थिति बेहतर हो जाएगी। आपके वैवाहिक जीवन में और भी ख़ुशियाँ आ जाएंगी। नेगेटिव - लोगों से बात करना, लिखना और पढ़ना तनाव को दूर करने का अच्छा तरीका हैं इसके साथ ही इन तरीकों से आप अपने परिवार के करीब आएंगे और आपको वित्तीय और व्यावसायिक लेन-देन में भी मदद मिलेगी। लव - अपने पार्...

6 राशियों के लिए अच्छा रहेगा ये महीना, सोचे हुए काम हो सकते हैं पूरे

इस महीने 12 में से 6 राशि वालाें को सितारों का साथ मिल सकता है। काशी के ज्योतिषाचार्य पं. गणेश मिश्रा के अनुसार इस महीने सूर्य, मंगल और बुध बदलेंगे। इन 3 ग्रहों की चाल में बदलाव होने से कुछ लोगों को नौकरी और बिजनेस में आगे बढ़ने के मौके मिल सकते हैं। रुके हुए जरूरी काम पूरे होने की संभावना है और सेहत के मामाले में भी कई लोगों के लिए ये महीनाअच्छा हो सकता है। वहीं अन्य 6 राशि वालों को इस महीने संभलकर रहना पड़ेगा। ज्योतिषाचार्य पं. मिश्रा के अनुसार 12 राशियों के लिए कुछ ऐसा रहेगा ये महीना मेष - इस महीने की शुरूआत में आपके गुस्से के कारण कोई बनता काम बिगड़ सकता है। इस समय आपका खर्चा बढ़ सकता है। मांगलिक कार्यों की रूपरेखा इस महीने बन सकती है। महीने की बीच में किसी से विवाद हो सकता है। मौसम संबंधी बीमारी हो सकती है। घर में किसी बात पर विवाद हो सकता है, जिसके कारण पारिवारिक संतुलन बिगड़ सकता है। बच्चों के भविष्य के लिए कोई कठोर फैसला भी इस महीने आप ले सकते हैं। दूसरों के मामले में दखल देने से बचें। महीने के अंत में भोग-विलास पर पैसा अधिक खर्च हो सकता है। संचार साधनों की मदद से किसी प्रियजन ...

लॉकडाउन से आए लाइफस्टाइल में बदलाव बनी मूड स्विंग की वजह, इन 4 उपायों से दूर करें यह समस्या

लॉकडाउन के दौरान आपकी लाइफस्टाइल में काफी बदलाव आए हैं। हर वक्त घर में रहते हुए मूड स्विंग की समस्या का सामना हर उम्र के लोग कर रहे हैं। इससे निजात के लिए ये चार उपाय आपकी मदद कर सकते हैं। क्या है मूड स्विंग: ये एक प्रकार का बायोलॉजिकल डिसऑर्डर होता है, जिसकी वजह से दिमाग में एक प्रकार का रासायनिक असंतुलन हो सकता है। मूड स्विंग होने पर कभी व्यक्ति बेहद खुश और कभी बहुत उदास हो जाता है। हालांकि बार-बार मूड बदलने का कारण खून में मौजूद कार्टिसोल नामक स्ट्रेस का बढ़ना या थाइरॉयड असंतुलन भी है। यह महिलाओं और पुरुषों दोनों को किसी भी उम्र में हो सकता है। 1. पानी ज्यादा पिएं शरीर से टॉक्सिंस दूर करने के लिए रोज 8 से 10 गिलास पानी पीना पिएं। इससे शरीर में नमी बनी रहती है। साथ ही संपूर्ण शरीर और दिमाग में रक्त संचार सुचारू रूप से होता है। इस तरह पर्याप्त पानी पीने से मूड स्विंग की समस्या कम करने में मदद मिलती है। पानी के अलावा शिकंजी बनाकर पी सकते हैं। इससे मन शांत होता है और एनर्जी लेवल मेंटेन रहता है। 2. व्यायाम करें रोज पिलाटे करें। इससे फेफड़े व खून का प्रवाह ठीक होता है। शरीर का एन...

अनजान लोगों से सतर्क रहने, कुछ सरप्राइज मिलने और एनर्जी से भरा हो सकता है महीने का पहला दिन

शुक्रवार, 1 मई 2020 को टैरो राशिफल के मुताबिक 12 में से 8 राशियों के लिए दिन काफी शानदार और सफलता से भरा रह सकता है। कुछ लोगों को आर्थिक मामलों में मनचाहे लाभ कमाने का मौका मिल सकता है, कुछ लोगों के लिए दिन एक शानदार ऊर्जा से भरा हो सकता है। वहीं, 4 राशियों के लिए समय थोड़ा विपरीत हो सकता है। मेष राशि वालों के लिए किसी मामले में धोखा मिलने की है आशंका, वृष राशि वालों के लिए आर्थिक सफलता का है योग, मिथुन राशि वालों को मिल सकती है प्रशंसा। आपके लिए कैसा रहेगा दिन जानिए टैरो कार्ड रीडर शीला एम. बजाज से। मेष - Ace of Swords आज का दिन आपके लिए किसी भरोसेमंद व्यक्ति के साथ गलतफहमी या धोखा होने के योग है। किसी पर बिना पुख्ता कारण के भरोसा ना करें। आपको थोड़ा सावधानी से काम करने की आवश्यकता है। अगर किसी के साथ कोई काम शुरू भी करना हो तो पहले उसके बारे में सबकुछ जानने की कोशिश करें। अन्यथा आपको नुकसान हो सकता है। सकारात्मकता को आकर्षित करने के लिए अपने घर को धूल मुक्त रखें। वृषभ - The Hierophant आज का दिन आपके लिए कुछ मामलों में आश्चर्यचकित करने वाला हो सकता है। आपके लिए आर्थिक मोर्चे ...

महामारी से बचने और दुश्मनों पर जीत के लिए की जाती है देवी की पूजा

1 मई, शुक्रवार यानी आज बगलामुखी जयंती है। ग्रंथों के अनुसार वैशाख महीने के शुक्लपक्ष की अष्टमी को देवी बगलामुखी प्रकट हुईं थीं। इस कारण इस तिथि को बगलामुखी जयंती के रुप में मनाया जाता है। मां बगुलामुखी दस महाविद्याओं में से एक हैं। ग्रंथों मे इनका रंग पीला बताया गया है और इन्हें पीला रंग पसंद है इसलिए इनका एक नाम पितांबरा भी है। महामारी से बचने और दुश्मनों पर जीत पाने के लिए देवी बगलामुखी की पूजा की जाती है। इससे हर तरह की परेशानी दूर हो जाती है। पितांबरा: दशमहाविद्याओं में आठवीं देवी बगलामुखी को पीला रंग प्रिय है। इसलिए इनका एक नाम पितांबरा भी है। ये रंग पवित्रता, आरोग्य और उत्साह का रंग माना जाता है। इनकी पूजा में पीले रंग के कपड़े, फूल, आसन, माला, मिठाईऔर अन्य सामग्रियों का रंग भी पीला ही होता है। रोग और महामारी से बचने के लिए हल्दी और केसर से देवी बगलामुखी की विशेष पूजा करनी चाहिए। देवी दुर्गा की दश महाविद्याओं में ये आठवीं हैं। खासतौर से इनकी पूजा से दुश्मन, रोग और कर्ज से परेशान लोगों को लाभ मिलता है। व्रत और पूजा की विधि सुबह जल्दी उठकर नहाएं औरपीले रंग के कपड़े पहनें। पूर्...

प्लास्टिक, मेटल और कागज पर भी जिंदा रहता है कोरोनावायरस, इसलिए लिए इनको छुएं तो हाथ जरूर धोएं, बाहर निकलें तो मास्क लगाएं : एक्सपर्ट

कोरोनावायरस सिर्फ ड्रॉपलेट्स से फैलता है या हवा में मौजूद रहता है, ट्रिपल लेयर मास्क का इस्तेमाल कब करें और गांवों में संक्रमण के मामले कम क्यों हैं...ऐसे कई सवालों के जवाब डॉ. नरिंदर पाल सिंह, एमडी, मैक्स हॉस्पिटल, गाजियाबाद ने आकाशवाणी को दिए। जानिए कोरोना से जुड़े वो जवाब, जो आपके लिए जानने जरूरी हैं.... #1) क्या कोई वायरस के ड्रॉपलेट से ही संक्रमित हो सकता है या हवा से भी फैलता है? अगर वायरस से संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से ड्रॉपलेट यहां-वहां बिखर गया है तो वहां संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है। इसलिए बाहर जाएं तो मास्क जरूर लगाएं। बाहर से घर आने पर कुछ भी छूने से पहले हाथ धोएं। हवा में ड्रॉपलेट फैलते हैं, अब तक इसका कोई प्रमाण नहीं मिला है। #2) किसी भी वस्तु या प्लास्टिक या कागज पर कोरोनावायरस कितनी देर तक जिंदा रहता है? अलग-अलग वस्तुओं पर वायरस की समय-सीमा अलग-अलग है। जैसे मेटल या स्टील पर वायरस ज्यादा देर तक जिंदा रहता है। इसके अलावा प्लास्टिक पर भी देर तक यह बना रहता है। इसीलिए कहा जा रहा है कि अगर पन्नी में भी सामान लेकर आ रहे हैं तो उसे बाहर ही रखा दें। हाथ धोएं ...

घर पर खुद सैनिटाइजर बना कर जरूरतमंदों को बांट रहीं सिमर शर्मा, अब तक 150 बोतलों कर चुकीं हैं दान

पूरे देश को अपनी चपेट में ले चुके कोरोना वायरस के कारण मौजूदा समय में सैनिटाइजर और फेस मास्क की मांग बढ़ रही है। ऐसे में इन उत्पादों की कमी लोगों को इस जरूरी सामान का निर्माण करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इसके चलते कई लोग अपने- अपने स्तर पर जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं। इसी बीच कोलकाता की सिमर शर्मा मौजूदा हालात में सैनिटाइजर की कमी को देखते हुए जरूरतमंद लोगों को खुद सैनिटाइजर बना कर बांट रही हैं। मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में ग्रेजुएशन के तीसरे वर्ष में बायोटेक्नोलॉजी की पढ़ाई कर रही सिमर बेहद अभावग्रस्त पीड़ितों की मदद के लिए आगे आई हैं। जरूरतमंदों तक पहुंचाई 150 बोतलें दरअसल, सैनिटाइजर महंगा होने की वजह से कई लोग इसे खरीद नहीं पा रहे हैं। इसलिए इन लोगों की मदद के लिए सिमर ने आइसोप्रोपिल एल्कोहल, ग्लिसरॉल और आवश्यक तेलों और पानी की मदद से तैयार किए 150 सैनिटाइजर जरूरतमंदों तक पहुंचाएं हैं। सैनिटाइजर बनाते समय वह इस बात का ध्यान में रख रही हैं कि वह विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से उल्लिखित सुरक्षा मानकों का भी पालन करें। 80 फीसदी एल्कोहल बेस्ट यह सैनिटाइजर उचित देखभाल के स...

शुक्रवार को नौकरी करने वाले लोगों को मिल सकता है अच्छा अवसर, परीक्षा में मिल सकता है लाभ

शुक्रवार, 1 मई का मूलांक मूलांक 1, भाग्यांक 1, दिन अंक 6, मासांक 5 और चलित अंक 6 है। न्यूमेरोलॉजिस्ट डॉ. कुमार गणेश के अनुसार शुक्रवार को अंक 5 की अंक 1 के साथ मित्र युति और अंक 6 की अंक 1 के साथ विरोधी युति बनी हुई है। जानिए अंकों के इन योगों की वजह से आपके लिए कैसा रहेगा शुक्रवार, 1 मई का दिन... अंक 1- प्रशासनिक सेवा में नौकरी के लिए परीक्षा की तैयारी में लगे लोगों को आसानी हो सकती है। नौकरीपेशा लोगों को अच्छा अवसर मिल सकता है। अपने आपको परखते रहें। क्या करें- शिवलिंग पर फूल चढ़ाएं। महत्वपूर्ण अंक- 2, महत्वपूर्ण रंग- सफेद अंक 2- अविवाहितों के विवाह के मामले में कोई अच्छी बात हो सकती है। जिनका विवाह टल गया है, उनके लिए रास्ता निकल सकता है। सिर दर्द हो सकता है। क्या करें- गाय को चुपड़ी रोटी दें। महत्वपूर्ण अंक- 7, महत्वपूर्ण रंग- बैंगनी अंक 3- स्कूल के शिक्षकों और कॉलेज व्याख्याताओं को विशेष दायित्व मिल सकता है। छोटे भाई से संबंधित अनुकूलता रह सकती है। गैस की समस्या रह सकती है। क्या करें- गणेश भगवान को चंदन का तिलक करें। महत्वपूर्ण अंक- 5, महत्वपूर्ण रंग- हरा अंक 4...

मुफ्त में कोरोना मरीजो का इलाज कर रहीं नर्स पीआर शिजी, बिना किसी वेतन के सरकारी अस्पताल में दे रहीं सेवाएं

देशभर में फैले कोरोनावायरस के दौरान सभी कोरोना योद्धा अपने- अपने स्तर पर इससे लड़ाई लड़ रहे हैं। ऐसी ही एक फ्रंटलाइन हेल्थ केयर वर्कर केरल के त्रिशूर की एक युवा नर्स है, जो मुश्किल के समय में भी बहादुरी से अपना कर्तव्य निभा रही हैं। नर्स पीआर शिजी इन दिनों त्रिशूर के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में कोविड-19 इंसेंटिव केयर यूनिट में एक सेल्फ हेल्प स्टाफ नर्स के रूप में बिना किसी वेतन के अपनी सेवाएं दे रही हैं। इंटर्न के तौर पर कर रहीं काम बचपन में ही अपने पिता को खोने वाली शिजी की परवरिश उनकी मां ने की। फिलहाल वह एक इंटर्न के रूप में काम कर रही है, जिसके लिए उन्हें अस्पताल से ना ही कोई वेतन मिलता है और ना ही कोई अन्य भत्ता। एक निजी कॉलेज से बीएससी नर्सिंग पूरी करने वाली 22 वर्षीय शिजी ने बताया कि उन्होंने 4 महीने तक एक निजी अस्पताल में काम किया। इसके बाद पिछले साल ही उन्होंने जून में त्रिशूर मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लिया, लेकिन शिजी को अभी तक सरकारी अस्पताल की तरफ से उनके काम के लिए कोई भुगतान नहीं किया गया है। काफी कुछ सीखने को मिल रहा उनके लिए सरकारी अस्पताल के लिए काम करना एक विकल्प था...

हाईजीन से जुड़ी कुछ ऐसी आदतें जिसे पुरुषों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, जानें घर पर कैसे मेंटेन करें पर्सनल हाईजीन

देशभर में कोविड-19 के कारण लॉकडाउन जारी है। ऐसे में सभी लोग घरों में बंद हो गए हैं और काफी लोग घर से ही काम कर रहे हैं। साथ ही सभी घर से बाहर जाने पर खुद को सैनिटाइज करने और नियमित रूप से हाथ साफ करने पर पूरा ध्यान दे रहे हैं। लेकन इस दौरान घर में रहने से हम में आलस्य आ रहा है, जिसके कारण हम पर्सनल हाईजीन से जुड़ी कुछ बुनियादी मामले नजरअंदाज कर रहे हैं। निजी हाईजीन के मानकमहिलाओं की अपेक्षापुरुषों में कम हाईजीन के प्रति पुरुषों और महिलाओं के रुख अलग हैं। और माना जाता है कि पुरुषों के निजी हाईजीन और सजने-संवरने के मानक महिलाओं के मुकाबले कम होते हैं। 2010 में अमेरिकन क्लीनिंग इंस्टीट्यूट और अमेरिकन माइक्रोबायोलॉजी सोसाइटी के एक अध्ययन ने पाया कि किसी जानवर को सहलाने, खाद्यपदार्थ को छूने खांसने या झींकने के बाद भी पुरुषों के हाथ धोने की संभावना कम रहती है। सीके बिरला हॉस्पीटल के कंसलटैंट इंटरनल मेडिसिन, डॉ. तुषार तायल से जानें ,हाईजीन से जुड़े छह गोल्डन रूल जिन्हें व्यवहार में लाना चाहिए फेशियल हाईजीन (चेहरे की सफाई) – घ र में रहते हुए भी रोज कम से कम दो बार अपने चेहरे को जरूर साफ क...

जन्म तारीख के आधार पर आपके लिए कैसा रहेगा 31 मई तक का समय, सफलता मिलेगी या नहीं

2020 का पांचवां महीना मई शुरू हो गया है। अंक ज्योतिष के अनुसार इस माह कई लोगों को भाग्य का साथ मिलेगा और उनके अटके कामों में गति आ सकती है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा से जानिए आपके लिए ये माह यानी 31 मई तक का समय कैसा रह सकता है... जिन लोगों की जन्म तारीख 1, 10,19 या 28 है इस माह व्यवसाय से जुड़ी यात्रा हो सकती है, इस यात्रा से धन लाभ मिल सकता है। अटके हुए कामों में सफलता मिल सकती है। कार्यों में बढ़ोतरी होगी, लेकिन प्रसन्नता बनी रहेगी। नौकरी में लाभ मिल सकता है। जिन लोगों की जन्म तारीख 2, 11, 20 या 29 है कार्यों में बदलाव हो सकता है। योजनाएं इस माह कामयाब हो सकती हैं। घर-परिवार और समाज में मान-सम्मान मिलेगा। व्यापारियों के लिए लाभ के सौदे हो सकते हैं। अधिकारियों का सहयोग मिलेगा। जिन लोगों की जन्म तारीख 3, 12, 21 या 30 है वरिष्ठ लोगों की बातों से मनोबल बढ़ेगा। प्रवचनों से मानसिक तनाव दूर होगा। वाद-विवाद की स्थिति में समय पक्ष का रहेगा। धन लाभ मिलने के योग बन रहे हैं। नौकरी करने वालों के लिए परिवर्तन के योग हैं। जिन लोगों की जन्म तारीख 4,13, 22 या 31 है मानसिक तनाव ...

मई में मनाई जाएगी बुद्ध और शनि जयंती, माह में आएंगी दो एकादशियां

2020 के पांचवें माह मई में कई खास तिथियां आने वाली हैं। इस माह में भगवान बुद्ध और सूर्यपुत्र शनिदेव की जयंती मनाई जाएगी। मई में दो एकादशियां आएंगी। हिन्दी पंचांग के अनुसार जानिए मई 2020 में कब कौन सी खास तिथि आएगी और इन तिथियों पर कौन-कौन से शुभ काम किए जा सकते हैं... शनिवार, 2 मई को जानकी जयंती है। इस दिन माता सीता के लिए व्रत-पूजा करनी चाहिए। रविवार, 3 मई को मोहिनी एकादशी है। इस तिथि पर भगवान विष्णु और उनके अवतारों की पूजा करें। व्रत करें। बुधवार, 6 मई को नृसिंह जयंती है। इस दिन भगवान नृसिंह का प्राकट्योत्सव मनाया जाता है। गुरुवार, 7 मई को भगवान बुद्ध की जयंती और वैशाख पूर्णिमा है। पूर्णिमा पर घर में भगवान सत्यनारायण की कथा का पाठ करें। रविवार, 10 मई को गणेश चतुर्थी व्रत है। इस दिन गणेशजी के लिए व्रत करें और ऊँ गं गणपतयै नम: मंत्र का जाप करें। गुरुवार, 14 मई को वृष संक्रांति मनाई जाएगी। इस दिन सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करके दिन की शुरुआत करें। सोमवार, 18 मई को अचला एकादशी है। इसे अपरा एकादशी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु के लिए व्रत करें। विष्णुजी के साथ ही महालक्ष्मी की ...

दो साल से ल्यूकेमिया से जूझ रहे थे ऋषि कपूर, यह एक तरह का ब्लड कैंसर जिसमें शरीर को बचाने वाली कोशिकाएं ही जानलेवा बन जाती हैं 

अभिनेता इरफान खान के बाद ऋषि कपूर भी नहीं रहे। वे 67 साल के थे। गुरुवार सुबह मुंबई के एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल में उनका निधन हो गया।ऋषि कपूर दो साल से ल्यूकेमिया से जूझ रहे थे जो एक तरह ब्लड कैंसर होता है। ब्लड कैंसर खून बनाने वाले ऊतकों का कैंसर होता है जिसमें बोन मैरो भीशामिल है। इलाज की बात स्वीकारते हुए ऋषि कपूर ने अपने अंतिम इंटरव्यू में कहा था जैसे लोग लिवर, किडनी और हार्ट की बीमारी से जूझते हैं वैसे मेरा मैरो ट्रीटमेंट चल रहा है। जानिए क्या है ल्यूकेमिया..., Q&A : सवालों से समझिए कितना खतरनाक है ल्यूकेमिया #1) क्या होता है ल्यूकेमिया? यह एक तरह का ब्लड कैंसर है जिसे क्रॉनिक लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया (सीएलएल) भी कहते है। आमतौर पर शरीर में मौजूद व्हाइट ब्लड सेल्स शरीर की रोगों सेलड़ने की क्षमता को बढ़ाती हैं लेकिन ल्यूकेमिया की स्थिति में असामान्य रूप से इन कोशिकाओं की संख्या बढ़ने लगती है। इनका आकार बदलने लगता है। धीरे-धीरे रोगों से लड़ने की क्षमता यानी इम्युनिटी घटने लगती है। इसके ज्यादातर मामले बढ़ती उम्र के लोगों में सामने आते हैं। #2) क्या बदलाव दिखने पर अलर्ट हो जाएं...

कैंसर से जूझने की कहानी भी एक जैसी, दो साल ट्रीटमेंट चला; इलाज सफल होने की खबर आई और फिल्में की पर अचानक अलविदा कह गए

कैंसर फिल्म जगत के दो दिग्गज कलाकार इरफान खान और ऋषि कपूर को निगल गया। दोनों ही दो साल से इससे जूझ रहे थे और लगभग इलाज सफल होने की खबरें भी आईं। फिल्म जगत में वापसी हुई और फिल्में भी की लेकिन अचानक 22 घंटे के अंदर दुनिया को अलविदा कह गए। दोनों ही दिग्गजों की बीमारी का सफर एक जैसा ही रहा। जानिए कैसे शुरू हुई उनकी कैंसर की कहानी... ऋषि कपूर : लम्बे समय बाद न्यूयॉर्क से लौटे, फिल्में की और अचानक अलविदा कह गए फरवरी 2018 : निमोनिया ने जकड़ा और दिल्ली में भर्ती हुए ऋषि कपूर की तबियत बिगड़ने की शुरुआत फरवरी 2018 में हुई जब उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई। उस दौरान वह दिल्ली में फैमिली फंक्शन में पहुंचे थे। उन्हें दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती किया गया। वह निमोनिया के संक्रमण से जूझ रहे थे, यह बात उन्होंने खुद मानी, हालांकि रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई थी।ऋषि कपूर ने बीमारी की जानकारी देते हुए कहा था, मुझे बुखार है और जांच हो रही है। डॉक्टर्स ने हालात खराब होने की वजह निमोनिया बताया था, जिसका इलाज हो गया है। लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं। मैं उन सभी अटकलों को रोकते हुए आपको एंटरटेन करना चाहता ह...

इंसानी कोशिका को पूरी तरह घेरकर उसमे घुस जाता है कोरोनावायरस, 20 लाख गुना बड़ा करके उतारी तस्वीरों से पता चला

अमेरिका और ब्राजील के दो संस्थानों ने कोविड-19 फैलाने वाले कोरोनावायरस SARS-COV-2 की स्पष्ट तस्वीरें उतारे में सफलता पाई हैं। इन तस्वीरों को इलेक्ट्रॉनिक माइक्रोस्कोप की मदद से उतारा गया है। इसके लिए माइक्रोस्कोप में वायरस के संक्रमण की स्थिति को 20 लाख गुना बड़ा करके देखा गया जिसमें पता चला कि किस तरह से यह वायरस इंसानी कोशिका को पूरी तरह घेर लेता है और उसके अंदर घुस जाता है। इसके बार वायरसउसके ही जीवन रस औरप्रोटीन के साथ जुड़कर कोशिका कोनष्ट होने पर मजबूर करदेता है। ये नईतस्वीरें अमेरिका के मैरीलैंड स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिसीज (एनआईएआईडी) इंटीग्रेटेड रिसर्च फैसिलिटी (आईआरएफ) फोर्ट फोर्ट्रिक, नेशनल हेल्थ इंस्टीट्यूट(एनआईएच) और ब्राजील के ओसवाल्डो क्रूजफाउंडेशन के वैज्ञानिकों ने अलग-अलग प्रयोगों के दौरान उतारी हैं। भारत में भी बीते महीनेनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के शोधकर्ताओं ने कोरोनावायरस की पहली तस्वीरें ली हैं। वैज्ञानिकों नेट्रांसमिशन इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप का उपयोग करते हुए, लेंस की मदद से ऐसी तकनीक का इस्तेमाल किया जिससे सैम्पल को बीस लाख गुना ब...

रथयात्रा पर सस्पेंस, लॉकडाउन बढ़ा तो टूट सकती है 280 साल की परंपरा या बिना भक्तों के निकलेगी रथयात्रा

लगभग 280 साल में ये पहला मौका होगाजब कोरोना वायरस के चलते रथयात्रा रोकी जा सकती है। ये भी संभव है कि रथयात्रा इस बार बिना भक्तों के निकले।हालांकि, इस पर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। 3 मई को लॉकडाउन के दूसरे फेज की समाप्ति के बाद ही आगे की स्थिति को देखकर इस पर निर्णय लिया जाएगा। 23 जून को रथ यात्रा निकलनी है। अक्षय तृतीया यानी 26 अप्रैल से इसकी तैयारी भी शुरू हो गई है। मंदिर के भीतर ही अक्षय तृतीया और चंदन यात्रा की परंपराओं के बीच रथ निर्माण की तैयारी शुरू हो गई है। मंदिर के अधिकारियों और पुरोहितों ने गोवर्धन मठ के शंकराचार्य जगतगुरु श्री निश्चलानंद सरस्वती के साथ भी रथयात्रा को लेकर बैठक की है, लेकिन इसमें अभी कोई निर्णय नहीं हो पाया है। नेशनल लॉकडाउन के चलते पिछले एक महीने से भी ज्यादा समय से पुरी मंदिर बंद है। सारी परंपराएं और विधियां चुनिंदा पूजापंडों के जरिए कराई जा रही है। गोवर्धन मठ (जगन्नाथ पुरी) के शंकराचार्य जगतगुरु स्वामी निश्चलानंदजी सरस्वती ने मंदिर से जुड़े लोगों को सभी पहलुओं पर गंभीरता से विचार करते हुए रथयात्रा के लिए निर्णय लेने की सलाह दी है। मठ का मत ही इसमें सबस...

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