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Showing posts from January, 2020

वसंत पंचमी 30 को लेकिन ऋतु 18 फरवरी से, पिछले 1000 सालों में कभी पंचमी से शुरू नहीं हुई वसंत ऋतु

जीवन मंत्र डेस्क. 29 और 30 जनवरी को सरस्वती पूजा यानी वसंत पंचमी का त्योहार है। अमूमन पंचमी से वसंत ऋतु की शुरुआत मानी जाती है लेकिन हकीकत ये है कि पिछले 1000 सालों में कभी भी वसंत पंचमी से वसंत ऋतु की शुरुआत नहीं हुई। इस बार भी वसंत पंचमी 30 जनवरी (पंचांग भेद के कारण कहीं-कहीं 29 जनवरी) को पंचमी का उत्सव रहेगा, लेकिन वसंत ऋतु की शुरुआत 18 फरवरी से होगी। इस बार सरस्वती पूजा का उत्सव बहुत खास भी है। ज्योतिष की दृष्टि से देखें तो पंचमी तिथि पर 6 राजयोग सहित 7 शुभ योगों का निर्माण हो रहा है। जो खरीदारी, मांगलिक कार्य, व्यापार और विद्या आरंभ सहित सारे शुभ कामों के लिए बहुत ही अच्छा संयोग हैं। सनातन परंपरा में मान्यता है कि वसंत पंचमी पर उन बच्चों का विद्यारंभ संस्कार कराया जाता है, जो पहली बार स्कूल जाने वाले हैं। ऋतु : वसंत पंचमी 30 को, लेकिन बसंत की शुरुआत 18 फरवरी से बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के ज्योतिषाचार्य पं. गणेश मिश्रा के अनुसार प्राचीन काल से ही जब सूर्य मीन या मेष राशि में प्रवेश कर जाता है, तब बसंत ऋतु मनाई जाती थी। लेकिन वर्तमान कैलेंडर के अनुसार, इसकी तारीख 18 और 19 फरवरी ...

प्रदेश में 9 माह में 10 लाख लोग हाइपरटेंशन-डायबिटीज के शिकार, 80 हजार लोगों को दोनों बीमारी; डायबिटीज में जयपुर टॉप-10 में

जयपुर (सुरेन्द्र स्वामी). घबराहट, बैचेनी, जंक फूड का सेवन, बदलती जीवन शैली, मानसिक तनाव, तंबाकू का सेवन और खानपान के चलते हाइपरटेंशन और डायबिटीज के शिकार लोगों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में पिछले 9 माह में डायबिटीज और हाइपरटेंशन के 10 लाख मरीज सामने आए हैं। इनमें साढ़े 5 लाख तो अकेले हाइपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर के हैं। डायबिटीज में टॉप-10 जिले देखें तो अजमेर पहले नंबर पर है। सिरोही दूसरे व सीकर तीसरे नंबर पर है। इसी तरह से हाइपरटेंशन में राजसमंद पहले, बीकानेर दूसरे व डूंगरपुर तीसरे नंबर पर है। सबसे चौंकाने वाली जानकारी ये है कि दोनों में ही पढ़ाई का दवाब और डिप्रेशन के चलते युवा सबसे ज्यादा शिकार हो रहे हैं। प्रदेश में 80 हजार एेसे मरीज भी मिले, जिन्हें हाई ब्लड प्रेशर व डायबिटीज दोनों बीमारी थी। यह खुलासा भास्कर की ओर जयपुर समेत प्रदेश के 33 जिलों में सीएचसी से लेकर जिला अस्पतालों में आने वाले मरीजों की संख्या के आधार पर हुआ है। यह खतरे की घंटी इसलिए हाइपरटेंशन से रक्त वाहिकाएं सख्त, मोटी और संकरी होने से हृदय में खून का संचार नहीं होता। एंजाइना (छाती में दर्द) व गंभीर बीमार...

दुनिया के सबसे मोटे लड़के ने 4 साल में 110 किलो वजन घटाया, 2016 में 193 किग्रा था

जकार्ता (इंडोनेशिया). दुनिया के सबसे मोटे लड़के आरिया परमाना ने अपना वजन चार साल में 110 किग्रा कम कर लिया है। अब उनका वजन 83 किलोग्राम है। 2016 में 193 किग्रा था। सोशल मीडिया पर उनके ट्रेनर अदे रॉय ने रविवार कोआरिया की फोटो शेयर कर यह जानकारी दी। आरिया की एक बैरिएट्रिक सर्जरी हो चुकी है। कम-से-कम 2 और सर्जरी होंगी। पिता ने बताया कि आरिया ने वजन कम करने के लिए काफी मेहनत की। बैरिएट्रिक सर्जरी के साथ डाइट और नियमित व्यायाम का ध्यान रखा। 49 साल के ट्रेनर अदे ने आरिया से पहली मुलाकात का वीडियो भी शेयर किया है। यह मुलाकात 2016 में हुई थी। तब उसका वजन 193 किलोग्राम था और उम्र 10 साल थी। अदे ने बताया, जब मेरे पास आरिया आया था, तब मैंने उसके माता-पिता से बच्चे की दिनचर्या और आहार को संतुलित करने को कहा था। इसके साथ ही आरिया को लगातार प्रोत्साहित किया गया। शुरुआत में उसे छोटे-छोटे टास्क दिए। इनमें उठक-बैठक और पंचिंग बैग का इस्तेमाल भी था। फिर वह धीरे-धीरे वेटलिफ्टिंग भी करने लगा। उन्होंने बताया कि मैंने उसे सिर्फ दिशा दी। बाकी मेहनत आरिया ने की। दो साल में 88 किग्रा वजन बढ़ा था मीडिया रिपोर...

देश में सर्वश्रेष्ठ टूरिस्ट हॉस्टल बना जोधपुर का मुस्टैश, अमेरिका में किया गया सम्मानित

जोधपुर. जाेधपुर के मुस्टैश हॉस्टल काे देश का सर्वश्रेष्ठ हॉस्टल का पुरस्कार दिया गया है। यह पुरस्कार अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के बीच लोकप्रिय पोर्टल हॉस्टल वर्ल्ड डॉट काॅम ने दिया है। अमेरिका में आयोजित 18वें हॉस्टल पुरस्कार समारोह में करीब 12 अलग-अलग कैटेगरी में पुरस्कार बांटे गए। इनमें कंट्री कैटेगरी में जोधपुर की मुस्टैश हॉस्टल चेन काे भारत का बेस्ट हॉस्टल चुना गया। न्यूयॉर्क टाइम्स की ओर से हाल में जोधपुर को दुनिया का 12वां टॉप डेस्टिनेशन माना गया है। यहां की ब्ल्यू सिटी, ऐतिहासिक प्रतीक, परंपरागत लाख चूड़ी, मसाला, मिठाइयां आदि पर्यटकों को खूब पसंद आती हैं। अब एक ट्रेवलर पोर्टल ने शिप हाउस किला रोड स्थित मुस्टैश हॉस्टल चेन काे सर्वश्रेष्ठ माना है, जिसने बेहद कम समय में विदेशी पर्यटकों के बीच अपनी पहचान बनाई है। किस-किस कैटेगरी में मिलते हैं पुरस्कार हॉस्टल वर्ल्ड डॉट कॉम की ओर से सोलो ट्रेवलर, फिमेल सोलो, मेल सोलो, बेस्ट न्यू हॉस्टल, मोस्ट पाॅपुलर, रेटिंग क्राइटेरिया, कंट्री साइज- स्मॉल, मीडियम, लार्ज, एक्स्ट्रा लार्ज, कॉन्टिनेंट, एशिया, यूरोप, अफ्रीका, नॉर्थ अमेरिका और अदर विनर्स...

382 साल बाद शनि मौनी अमावस्या पर मकर राशि में प्रवेश करेगा; आज रात पृथ्वी, शनि और चंद्रमा एक कतार में रहेंगे

जीवन मंत्र डेस्क. 24 जनवरी को मौनी अमावस्या पर शनि स्वयं की राशि मकर में प्रवेश कर रहा है। ढाई साल तक एक राशि में रहने के बाद करीब हर 30 साल बाद शनि मकर राशि में आ जाता है, लेकिन काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के ज्योतिषाचार्य पंडित गणेश मिश्रा के अनुसार, मौनी अमावस्या पर ऐसा 382 साल बाद हो रहा है। इससे पहले 26 जनवरी 1637 को मौनी अमावस्या पर शनि का मकर राशि में प्रवेश हुआ था। अब 29 अप्रैल 2022 को शनि राशि बदलेगा और कुंभ में प्रवेश करेगा। खगोलीय घटना : पृथ्वी, शनि और चंद्रमा रहेंगे एक कतार में शुक्रवार को अमावस्या के संयोग पर शनि, चंद्रमा के बेहद करीब आ जाएगा। चंद्रमा के पास शनि जीरो डिग्री पर रहेगा। इस तरह पृथ्वी, चंद्रमा और शनि तीनों एक लाइन में आ जाएंगे। उज्जैन के जीवाजी वेधशाला के ऑब्जर्वर भरत तिवारी के अनुसार, शनि का चंद्रमा के पास आना सामान्य घटना है, लेकिन इस अमावस्या पर अपनी ही राशि में प्रवेश करते हुए शनि का चंद्रमा के पास आ जाना दुर्लभ संयोग है। शनि-चंद्रमा का ये कंजेक्शन टेलिस्कोप के जरिए पश्चिम दिशा में देखा जा सकेगा। मान्यता : इसे मौनी अमावस्या क्यों कहते हैं? पंडित मिश्र...

चंद्रमा के बिल्कुल नजदीक पहुंचा मंगल, अगले 7 दिन में 3 और बड़े ग्रह जीरो डिग्री पर होंगे

भोपाल. मंगल ग्रह मंगलवार को पृथ्वी की कक्षा में भ्रमण करते हुए चंद्रमा के नजदीक जीरो डिग्री पर पहुंच गया। मंगल की चंद्रमा के साथ इस नजदीकी के कारण पृथ्वी पर मौसम में उमस और गर्मी बढ़ सकती है। इसके साथ ही 28 जनवरी तक तीन और भौगोलिक घटनाएं और होंगी। 23 जनवरी को बृहस्पति, 24 को शनि और 28 जनवरी को शुक्र चंद्रमा के नजदीक जीरो डिग्री पर आ जाएंगे। हर ग्रह 6 से 7 घंटे तक इस स्थिति में रहेगा। तीनों ग्रह टेलिस्कोप की मदद से देखे जा सकेंगे। जीवाजी वेधशाला उज्जैन के ऑब्जर्वर भरत तिवारी बताते हैं कि खगोलीय भाषा में इसे कंजेक्शन या युति कहा जाता है। चंद्रमा के नजदीक जीरो डिग्री पर ग्रहों का आना सामान्य है, लेकिन एक सप्ताह में एक-एक करके चार ग्रहों की ऐसी स्थिति बनना दुर्लभ संयोग कहा जा सकता है। ग्रहों की इन स्थितियों के प्रभाव से मौसमी बदलाव देखने को मिलेंगे। कब कौन सा ग्रह होगाचंद्रमा के पास 20 जनवरी की रात 12.44 पर चंद्रमा के पास मंगल 0 डिग्री पर आ गया था। दक्षिण दिशा में इस स्थिति को देखा गया। 23 जनवरी को दोपहर 2.45 पर बृहस्पति चंद्रमा के करीब होगा। इसे पश्चिम दिशा में देखा जा सकेगा। 24 ...

मंगलवार को परिवार में किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता हो सकती है, लापरवाही से बचें

जीवन मंत्र डेस्क. मंगलवार, 21 जनवरी का मूलांक 3 और भाग्यांक 8 है। दिन अंक 9, मासांक 1 और चलित अंक 8 है। न्यूमेरोलॉजिस्ट डॉ. कुमार गणेश के अनुसार मंगलवार अंक 1 की अंक 8 के साथ परस्पर प्रबल विरोधी युति है। अंक 3 की अंक 8 के साथ परस्पर मित्र युति है। अंक 8 की अंक 9 के साथ मित्र युति है। अंक 1 जज बनने के लिए प्रयासरत लोगों को अनुकूलता रह सकती है। परिवार में किसी सदस्य के स्वास्थ्य से संबंधित चिंता रह सकती है। ब्लड प्रेशर के शिकार लोग इस मामले में तनिक भी लापरवाही न बरतें। क्या करें- कबूतरों को चुग्गा डालें। महत्वपूर्ण अंक- 7, महत्वपूर्ण रंग- क्रीम अंक 2 दवा क्षेत्र के मार्केटिंग वालों के लिए स्थिति लाभकारी रह सकती है। कोई ऑपरेशन करवाना है तो आगे के लिए टाल दें। पेट संबंधी समस्या परेशान कर सकती है। क्या करें- हनुमत स्तवन का पाठ करें। महत्वपूर्ण अंक- 9, महत्वपूर्ण रंग- सुनहरा अंक 3 स्थान-परिवर्तन के योग हैं। दूर की यात्रा कर सकते हैं। मित्र-मंडली का अच्छा सहयोग मिल सकता है। क्या करें- गजेंद्रमोक्ष का पाठ करें। महत्वपूर्ण अंक- 3, महत्वपूर्ण रंग- नीला अंक 4 पुत्र प...

सूर्यपुत्र शनि के भाई-बहन हैं यमराज और यमुना, ज्योतिष में शनि को माना गया है न्यायाधीश

जीवन मंत्र डेस्क. गुरुवार, 23 जनवरी को शनि का राशि परिवर्तन होगा। शनि धनु से मकर राशि में प्रवेश करेगा। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार शनि को न्यायाधीश माना गया है। यही ग्रह हमारे कर्मों का फल प्रदान करता है। जानिए शनि से जुड़ी खास बातें... शनिदेव के पिता सूर्यदेव और माता छाया हैं। शनि के भाई-बहन यमराज, यमुना और भद्रा हैं। शनि के छोटे भाई यमराज मृत्यु के देवता हैं, यमुना नदी को पवित्र और पापनाशिनी माना गया है। भद्रा क्रूर स्वभाव मानी गई है और अशुभ फल देने वाली बताई गई है। शनि का रंग श्याम वर्ण माना गया है और वे नीले वस्त्र धारण करते हैं। हर शनिवार को शनि के लिए ध्यान मंत्र का जाप करना चाहिए। मंत्र जाप कम से कम 108 बार करना चाहिए। मंत्र - नीलांजन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्। छायामार्तण्ड सम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्॥ शनि का जन्म क्षेत्र सौराष्ट क्षेत्र में शिंगणापुर माना गया है। इनकी जन्म तिथि अमावस्या है। इसी वजह से हर माह की अमावस्या पर शनि का विशेष पूजन किया जाता है। शनि ने शिव को अपना गुरु बनाया और तप से शिव को प्रसन्न किया था। इसके बाद शनि को न्यायाधीश का...

लालच की वजह से सोचने-समझने की शक्ति खत्म हो जाती है, अच्छे-बुरे का ध्यान नहीं रहता

जीवन मंत्र डेस्क. काफी लोग लालच की वजह से परेशानियों में फंसे रहते हैं। इसे बुरी बला कहा जाता है। इससे बचने पर ही हम दुखों से बच सकते हैं। इस संबंध में एक लोक कथा प्रचलित है। कथा के अनुसार पुराने समय में एक संत अपने शिष्यों के साथ एक गांव से दूसरे गांव जा रहे थे। रास्ते में उन्हें एक स्वर्ण मुद्रा मिली। संत ने मुद्रा को उठाया और शिष्यों से कहा कि सोने का ये सिक्का सबसे जरूरतमंद व्यक्ति को देंगे। शिष्यों ने सोचा कि अगर से सिक्का उन्हें मिलता तो वे मनपसंद भोजन कर सकते थे, लेकिन गुरु के सामने किसी ने कुछ नहीं कहा। रात होने पर संत अपने शिष्यों के साथ गांव के बाहर पड़ाव डालकर रुके गए। अगले दिन सुबह उन्होंने देखा कि उस क्षेत्र का राजा अपनी विशाल के साथ के पड़ोसी राज्य पर आक्रमण करने के लिए जा रहा है। संत अपने शिष्यों के साथ राजा के पास गए। मंत्री ने राजा को संत के विषय में बताया तो राजा तुरंत ही अपने रथ से नीचे उतरा और संत को प्रणाम किया। संत ने अपनी झोली में से स्वर्ण मुद्रा निकालकर राजा को दे दी। सिक्का देखकर राजा हैरान हो गया, उसने पूछा कि गुरुदेव ये सिक्का मुझे क्यों दे रहे हैं। सं...

वसंत पंचमी पर बनेगा ग्रह-नक्षत्रों का विशेष संयोग, खुद की ही राशि में रहेंगे 3 ग्रह

जीवन मंत्र डेस्क. माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को बसंत पंचमी पर्व मनाया जाएगा। विद्या की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती का जन्मोत्सव वसंत पंचमी यानी 29 जनवरी को है। वसंत पंचमी के दिन सिद्धि व सर्वार्थसिद्धि योग जैसे दो शुभ मुहूर्त का संयोग भी बन रहा है। इस कारण पंडितों ने इसे वाग्दान, विद्यारंभ, यज्ञोपवीत अादि संस्कारों व अन्य शुभ कार्यों के लिए श्रेष्ठ माना है। बसंत पंचमी पर मां सरस्वती की आराधना के साथ ही विवाह के शुभ मुहूर्त भी रहेंगे। ग्रह-नक्षत्रों की शुभ स्थिति काशी हिंदू विश्वविद्यालय के ज्योतिषाचार्य पं गणेश मिश्रा के अनुसार इस बार बसंत पंचमी इसलिए भी श्रेष्ठ है,क्योंकि सालों बाद ग्रह और नक्षत्रों की स्थिति इस दिन को और खास बना रही है। इस बार तीन ग्रह खुद की ही राशि में रहेंगे। मंगल वृश्चिक में, बृहस्पति धनु में और शनि मकर राशि में रहेंगे। विवाह और अन्य शुभ कार्यों के लिए ये स्थिति बहुत ही शुभ मानी जाती है। पं मिश्रा के अनुसार वसंत पंचमी अबूझ मुहूर्त वाले पर्वों की श्रेणी में शामिल है, लेकिन इस दिन गुरुवार व उतराभाद्रपद नक्षत्र होने से सिद्धि योग बनेगा। इसी दिन सर्वार्थ स...

इन तरीकों से बनाएं अपने रिलेशनशिप को मजबूत, जानें ब्रेकअप प्रूफ संबंध बनाने की 5 टिप्स

आज के जमाने में प्यार इंस्टेंट डिश की तरह हो गया है। कहने का मतलब यह है कि पहले लोग रिश्तों को काफी संजीदगी से लेते थे और ताउम्र उसकी हिफाजत करते थे। लेकिन आज के समय में रिश्तों के बनाए रखनो के लिए कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने रिश्तों को इन मुश्किलों से बचाए रखें। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Strong Relationship: Make your relationship strong in these ways, learn these 5 tips to build a breakup proof relationship from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2TCskMs

किसी समस्या को हल करने से पहले उसके कारण को समझें, इससे हमारी परेशानियां कम हो जाएंगी

जीवन मंत्र डेस्क. गौतम बुद्ध से जुड़ी कथाओं में हमें जीवन के सभी दुखों को दूर करने के सूत्र मिलते हैं। अगर इन सूत्रों को जीवन में उतार लिया जाए तो हम सुखी हो सकते हैं। यहां जानिए एक ऐसी कथा, जिसमें बताया गया है कि हम समस्याओं को कैसे दूर कर सकते हैं... प्रचलित कथा के अनुसार एक दिन बुद्ध के सभी शिष्य प्रवचन सुनने के लिए बैठे हुए थे। कुछ समय बाद गौतम बुद्ध वहां आए, उनके हाथ में एक रस्सी भी थी। रस्सी देखकर शिष्यों को हैरानी हुई। अपने आसन पर बैठकर बुद्ध ने रस्सी में तीन गांठ लगा दी। इसके बाद उन्होंने शिष्यों से पूछा कि क्या ये वही रस्सी है जो गांठ बांधने से पहले थी? इस प्रश्न के जवाब में एक शिष्य ने कहा कि इसका उत्तर थोड़ा मुश्किल है। ये हमारे देखने के तरीके पर निर्भर करता है। ये रस्सी वही है, इसमें कोई बड़ा बदलाव नहीं है। दूसरे शिष्य ने कहा कि अब इसमें तीन गांठें लगी हुई हैं, जो कि पहले रस्सी में नहीं थीं। इस वजह से रस्सी को बदला हुआ कहा जा सकता है। कुछ शिष्यों ने कहा कि मूलरूप से रस्सी वही है, लेकिन गांठों की वजह से बदल गई है। बुद्ध ने सभी शिष्यों की बातें ध्यान से सुनी। इसके बाद कहा...

पति-पत्नी के रिश्ते में गंभीरता के साथ जरूरी है कुछ हंसी-मजाक भी

जीवन मंत्र डेस्क. पति-पत्नी का रिश्ता सबसे संवेदनशील होता है। ये ऐसा रिश्ता है, जिसमें गलती की थोड़ी भी गुंजाइश नहीं है क्योंकि ये पूरी तरह विश्वास और आपसी समझ पर टिका रिश्ता है। आमतौर पर इस रिश्ते में लोग शुरुआत तो उत्साह के साथ करते हैं लेकिन धीरे-धीरे समय के साथ ये सामान्य रिश्तों की तरह हो जाता है। गृहस्थी की गंभीर बातों में इस रिश्ते का रस सूखता जाता है। दाम्पत्य में रिश्ते को हमेशा ऊर्जावान रखने के लिए पति-पत्नी के बीच हास-परिहास होना भी जरूरी है। भागवत में एक प्रसंग है, एक दिन रुक्मिणीजी ने श्रीकृष्ण से पूछा कि आपने मुझसे विवाह क्यों किया? रुक्मिणीजी सुंदर थीं, उनका परिवार भी धनी था। श्रीकृष्ण ने समझ लिया कि रुक्मिणी में इस बात का अहंकार आ गया है। उन्होंने जवाब में कहा कि सही है देवी, मैं कहां आपके लायक था। सारा जीवन दौड़ते-भागते निकल रहा है। चारों ओर से शत्रुओं से घिरा हूं। जब से पैदा हुआ हूं, कोई ना कोई बिना किसी कारण मुझसे युद्ध करने चला आता है। मैं कहां आपके लायक था बड़ी मुश्किल से राज्य और परिवार को चला रहा हूं। आपका अहसान है कि आपने मुझसे विवाह कर लिया। श्रीकृष्ण की य...

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